29 मार्च को सूर्य ग्रहण: करें यह टोटके जीवन हो जाएगा खुशहाल

सूर्य ग्रहण के दौरान एक अद्वितीय संयोग बन रहा है। संध्या 6:00 बजे से लेकर 7:30 बजे के बीच शुभ मुहूर्त में अपने घर के निकास द्वार पर चार मुख वाले दीया जरूर जलाएं। इससे परिवार में सुख शांति और समृद्धि आयेगी।

ग्रहण के दौरान, सूर्य, राहु, शुक्र, बुध, शनि और चंद्रमा सभी मीन राशि में होंगे। सूर्य कुंभ राशि से मीन राशि में प्रवेश कर रहें हैं और उस दिन शनि अमावस्या भी है। 

29 मार्च 2025 दिन शनिवार चैत्र कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि को सूर्य ग्रहण लगेगा। यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। भारत में दिखाई नहीं देगा। यह ग्रहण मुख्य रूप से उत्तरी गोलार्ध के कुछ हिस्सों में ही दिखाई देगा। 

भारत पर कैसा पड़ेगा प्रभाव  

 वैज्ञानिक प्रभाव से यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसका कोई भौतिक प्रभाव जैसे प्रकाश में कमी नहीं होगा।  

धार्मिक पहलू क्या है 

सूतक काल सनातनी मान्यताओं के अनुसार यह है कि सूतक काल केवल उन्हीं क्षेत्रों में मान्य होता है जहां सूर्य ग्रहण दिखाई देता है। भारत में यह ग्रहण नहीं दिखेगा, अतः सूतक काल  नहीं लगेगा। मंदिरों के पट्ट बंद नहीं होंगे। विशेष पूजा पर प्रतिबंध भी लागू नहीं रहेंगे।  

कहां-कहां दिखाई देगा सूर्य ग्रहण  

यूरोप स्पेन, पुर्तगाल, आयरलैंड, उत्तरी इटली, यूनाइटेड किंगडम। उत्तरी अफ्रीका मोरक्को, अल्जीरिया। अटलांटिक क्षेत्र ग्रीनलैंड, आइसलैंड। एशिया रूस (पश्चिमी और उत्तरी भाग), उत्तरी कजाकिस्तान। आंशिक ग्रहण सूर्य ग्रहण वाले क्षेत्रों  क्षेत्रों में 10% से लेकर 60% तक के सूर्य ढकने के साथ दिखेगा।  

सूर्य ग्रहण की अवधि 

 सूर्य ग्रहण का आरंभ सुबह लगभग 09:10 बजे भारतीय समयानुसार दोपहर 02:40 बजे तक उस देश में दिखाई देगा। अधिकतम ग्रहण दोपहर लगभग 10:57 बजे भारतीय समयानुसार 04:27 बजे तक रहेगा। कुल अवधि लगभग 3 घंटे 27 मिनट वैश्विक स्तर पर रहेगा।  

सूतक काल होगा या नहीं

सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक काल अर्थात ग्रहण से पहले का अशुभ समय मान्य नहीं होगा।  हालांकि, जिन देशों में ग्रहण दिखेगा, वहां सूतक काल ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले लगता है। उदाहरण के लिए: यदि ग्रहण यूरोप में सुबह 09:10 बजे पर शुरू होता है, तो सूतक 28 मार्च की रात 09:10 बजे से शुरू होगा।  

29 मार्च 2025 को लगने वाले सूर्य ग्रहण का राशियों पर क्या पड़ेगा प्रभाव  

यह सूर्य ग्रहण उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में मीन राशि में लगेगा। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों पर उनकी कुंडली में मीन राशि के स्थान (भाव) के अनुसार पड़ेगा। 

29 मार्च, 2025 को लगने वाला सूर्य ग्रहण ज्योतिषीय दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसका प्रभाव विभिन्न राशियों पर अलग-अलग ढंग से पड़ने की संभावना है। 

 प्रभावित राशियां:

 ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, वृषभ, मिथुन, मकर और कुंभ राशियों के लिए यह सूर्य ग्रहण विशेष रूप से लाभकारी सिद्ध हो सकता है। इन राशियों के जातकों को अप्रत्याशित लाभ मिलने, संपत्ति विवादों में सफलता प्राप्त होने और आर्थिक स्थिति में सुधार होने की संभावना है।

अन्य राशियों के लिए, यह ग्रहण मिश्रित प्रभाव ला सकता है। कुछ राशियों को सावधानी बरतने और तनाव से बचने की सलाह दी जाती है।

अब जानें सूर्य ग्रहण के बाद किस राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा जाने विस्तार से

01. मेष   

प्रभावित होंगे: स्वास्थ्य, व्यक्तित्व, और नए प्रयास।  

क्या करें: इस ग्रहण से आपका ध्यान स्वयं पर केंद्रित करें। नई योजनाएं शुरू करने का समय है, लेकिन जल्दबाजी से बचें। स्वास्थ्य पर ध्यान दें, विशेषकर सिर या आंखों से संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। अपनी ऊर्जा को रचनात्मक कार्यों में लगाएं। पुराने विवादों को न उखाड़ें।

02. वृषभ   

प्रभावित कर सकते हैं: आध्यात्मिकता, गुप्त शत्रु, और छिपे हुए मामले। 

क्या करें: यह समय आत्म-विश्लेषण और अतीत के बोझ को छोड़ने का है। वित्तीय नुकसान या अप्रत्याशित खर्च हो सकते हैं। गुप्त दुश्मनों से सावधान रहें। ध्यान या दान करके नकारात्मकता दूर करें। निवेश से पहले सोच-विचार करें।

03. मिथुन   

प्रभावित होंगे: सामाजिक समूह, आय के स्रोत, और लक्ष्य।  

क्या करें: मित्रों या संस्थाओं के साथ संबंधों में उतार-चढ़ाव आएगा। करियर में नए अवसर मिल सकते हैं, लेकिन टीमवर्क में समझौते करने पड़ सकते हैं। अपने नेटवर्क का सही उपयोग करें। अफवाहों से दूर रहें।

04. कर्क   

प्रभावित होंगे: करियर, सामाजिक प्रतिष्ठा, और जीवन लक्ष्य।  

क्या करें: पेशेवर जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव होंगे। उच्च अधिकारियों से टकराव हो सकता है। नौकरी या व्यवसाय में नई जिम्मेदारियां मिलेंगी। अपने कार्यों में निष्ठा बनाए रखें। अहंकार से बचें।

05. सिंह   

प्रभावित होंगे: उच्च शिक्षा, विदेश यात्रा, और आध्यात्मिक ज्ञान।  

क्या करें: धार्मिक या दार्शनिक विषयों में रुचि बढ़ेगी। कानूनी मामलों में सफलता मिल सकती है। परिवार से दूर यात्रा हो सकती है। नए ज्ञान को ग्रहण करने के लिए तैयार रहें। जोखिम भरे निर्णय टालें।

06. कन्या   

प्रभावित होंगे: रहस्यमयी घटनाएं, ऋण, और मानसिक तनाव।  

क्या करें: जीवनसाथी या व्यापारिक साझेदारी से जुड़े मुद्दे सामने आएंगे। स्वास्थ्य पर ध्यान दें, विशेषकर पाचन तंत्र पर।  किसी पर भी अंधविश्वास न करें। वित्तीय लेन-देन में सावधानी बरतें।

07. तुला  

प्रभावित होंगे: विवाह, साझेदारी, और प्रतिस्पर्धा।  

क्या करें: रिश्तों में तनाव या नए समझौते होंगे। व्यापारिक सौदों में सावधानी जरूरी है। प्रतिद्वंद्वियों से सतर्क रहें। संवाद में संतुलन बनाए रखें। एकतरफा निर्णय न लें।

08. वृश्चिक   

प्रभावित होंगे:स्वास्थ्य, दैनिक कार्य, और छोटे शत्रु।  

क्या करें: नौकरी या सेहत से जुड़ी चुनौतियां आएंगी। पुरानी बीमारियां फिर से सिर उठा सकती हैं। काम के दबाव में संयम सुझाव: नियमित दिनचर्या अपनाएं। टीम के सदस्यों से सहयोग लें।

09. धनु   

प्रभावित होंगे: प्रेम संबंध, रचनात्मकता, और संतान।  

क्या करें: प्रेम जीवन में नए उतार-चढ़ाव होंगे। कलात्मक प्रोजेक्ट्स में सफलता मिलेगी। संतान से जुड़े निर्णय लेने पड़ सकते हैं। भावनाओं पर नियंत्रण रखें। जोखिम भरे निवेश से बचें।

10. मकर  

प्रभावित होंगे: परिवार, घर, और भावनात्मक सुरक्षा।  

क्या करें: पारिवारिक मामलों में उथल-पुथल हो सकती है। संपत्ति खरीदने या बेचने के अवसर आएंगे। माता-पिता के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। घर के वातावरण को शांत रखने का प्रयास करें। जल्दबाजी में निर्णय न लें।

11. कुंभ   

प्रभावित होंगे: संचार, छोटी यात्राएं, और भाई-बहन।  

क्या करें: भाई-बहनों या पड़ोसियों से मतभेद हो सकते हैं। शिक्षा या व्यवसाय से जुड़ी यात्राएं लाभदायक होंगी। लिखित समझौतों में सतर्कता बरतें। अपनी बात स्पष्टता से रखें। गलतफहमियों को दूर करें।

12. मीन  

प्रभावित होंगे: आय, वित्तीय संसाधन, और पारिवारिक मूल्य।  

क्या करें: धन के मामलों में उतार-चढ़ाव रहेगा। पारिवारिक जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं। अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें, अन्यथा विवाद हो सकते हैं।  

 डिस्क्लेमर 

29 मार्च 2025 को होने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। भारत में सूतक भी नहीं लगेगा। यह लेख सनातनियों के जानकारी के लिए लिखा गया है। लेख लिखने के पूर्व पंचांग और इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारियों को साझा किया गया है। लेख लिखने उद्देश्य लोगों को जागरूक करना मात्र है। लेख की सत्यता की पुष्टि हम नहीं करते हैं।

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