दीपावली के दिन करें 51 तरह के उपाय आपके घरों में होगी धन की वर्षा

कार्तिक माह, अमावस्या तिथि, 31 अक्टूबर 2024, दिन गुरुवार को दीपावली महोत्सव मनाया जाएगा।

इस दिन दीपावली के अलावा तमिल दीपावली, लक्ष्मी पूजा, दीप मालिका, केदार गौरी व्रत, चोपड़ा पूजा, शारदा पूजा, काली पूजा और कमल जयंती पर्व भी है।

रोशनी और साफ-सफाई की त्योहार दीपावली वर्षा ऋतु की समाप्ति के बाद आती है। वातावरण को, घर को, आसपास के जगहों कि सफाई करना ही इस महापर्व की प्रमुख परंपरा है।
दीपावली के दिन समुद्र मंथन के दौरान माता लक्ष्मी प्रगट हुई थी। साथ ही धन्वंतरि वैद के अमृत कलश लेकर प्रगट होने का है दिन। पांडवों को वनवास से लौटने का है दिन, तो भगवान श्री राम, लंका विजय के बाद अयोध्या लौटने का दिन है।

इन सभी घटनाओं को सनातनी याद कर गर्व और हर्ष व्यक्त करने का दिन है दीपावली

इतना ही नहीं नरकासुर वध के बाद देवताओं के खुशी मनाने का दिन। स्वर्ण मंदिर शिलान्यास का दिन और उज्जैन के राजा विक्रमादित्य के राज तिलक का दिन। इतने घटनाओं को समेटी दीपावली अब चंद दिनों में आने वाली है।

सनातन धर्म में अनेक त्योहार आते-जाते हैं। सभी त्यौहारों में दीपावली का सबसे अधिक महत्व है। इस दिन शुभ और अशुभ मुहूर्त में उचित विधि-विधान से महालक्ष्मी का पूजन करने पर सालोंभर मां लक्ष्मी की कृपा घरों में बनी रहती है।

धन और धान्य की कमी नहीं रहती है। साथ ही शास्त्रों में बताए गए टोने-टोटके के उपायों से भी बहुत जल्दी ही माता लक्ष्मी की प्रसन्नता प्राप्त की जा सकती है।

मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए ज्योतिषियों के बताए 54 उपाय यहां दिए जा रहे हैं। इन्हें सभी राशियों के लोग कर सकते हैं। इनमें से कोई भी एक या एक से अधिक उपाय करने से आपके घरों में दरिद्रता दूर होकर सुख-समृद्धि और सम्पत्ति का आगमन होता है।

इस दीपावली क्या करना चाहिए और क्या ना करने चाहिए, जानें विस्तार से। साथ ही जानें दीपावली के मौके पर झाड़ू क्यों है जरूरी।

1.झाडू का कैसे करें उपयोग दीपावली के दिन ? झाडूू की खरीददारी अवश्य करें। अपने घरों की सफाई नई झाडू से ही करें। जब झाड़ू का काम न हो तो उसे छिपाकर रख देना चाहिए।

2.दीवाली के दिन किसी मंदिर में झाड़ू का दान करें।

3. दीपावली की रात झाडू को घर की छत पर खुले में नहीं रखें। इससे चोरी की आशंका बढ़ती है। वैसे भी झाडू को छत पर नहीं रखना चाहिए।

4.यदि आपके घर के आसपास कहीं महालक्ष्मी या भगवान विष्णु का मंदिर हो तो वहां सुगंधित अगरबत्ती का दान करें।

5.महालक्ष्मी पूजा में जलने वाले दीपों की संख्या 11, 21 या 51 होनी चाहिए। घर के दक्षिण-पूर्व कोने में घी, सरसों या तिल के तेल का दीपक जलाएं और पूरे दीपोत्सव के पांचों दिन इसी विधि से दीए जलाएं।

6.दीपावली के दिन पूजा के दौरान, घर या व्यावसायिक प्रतिष्ठान स्थल पर की जाने वाली पूजा के लिए उत्तर-पूर्व दिशा में वेदी तैयार करना चाहिए।

7. पूजा में रखी जाने वाली मूर्तियों का मुख पूर्व दिशा की ओर होने चाहिए। पूजा करने वालों जातक उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठें।

8.दीपावली के दिन कभी भी किसी से भी उधार पैसे न लें और न ही किसी को उधार पैसा ही दें। सूर्यास्त के बाद कभी भी किसी को किसी तरह के चीजें को उधार में न दें।

9.दीपावली के दिन दान देना अच्छी बात है। लेकिन इसका भी एक नियम है। प्रदोष काल के समय या सूर्यास्त के दो घंटे के समय किसी को कुछ भी दान न करें।

10.दीपावली के दिन किसी व्यक्ति को चमड़े का सामान, नुकीले धार वाले सामान, शराब और पटाखे जैसी चीजें उपहार में न दें। अगर इनमें से कोई भी वस्तु देना आवश्यक हो तो मिठाई या ड्राई-फ्रूट्स के साथ दें।

11.महालक्ष्मी की पूजा के उपरांत होने वाले आरती गाते समय ताली बजाने से बचना चाहिए। पूजा करते समय कभी भी जोर से न चिल्लाएं और न ही गाएं।

कारण मां महालक्ष्मी तेज आवाज से घृणा करती हैं और इस तरह की विधि करने से नाराज हो जाती है।

12.पूजा के तुरंत बाद पूजा स्थल या घर में झाडू न लगाएं। ऐसा करने से पूजा से प्राप्त होने वाले पुण्य का लाभ नहीं मिलत है।

13.लक्ष्मी पूजन में गोटा सुपारी रखें। सुपारी पर लाल धागा चारों तरफ से लपेटकर अक्षत, कुमकुम, पुष्प, धुप, पंचामृत आदि पूजन सामग्री से पूजा करने के उपरांत उस सुपारी को तिजोरी में रख दें।

14. घर के आंगन में स्थित तुलसी के पौधे के पास दीपावली की रात में घी के दीपक जलाएं। तुलसी माता को वस्त्र अर्पित करना शुभ रहेगा।

15. जो व्यक्ति धन का अंबार लगाना चाहते हैं, उन्हें तिजोरी में लाल या पीले कपड़ा बिछाना चाहिए। इसके प्रभाव से धन का आगमन बढ़ता है।

16. महालक्ष्मी का ऐसा फोटो तिजोरी में रखें, जिसमें मां लक्ष्मी बैठी हुईं दिखाई दे रही हो।

17.दीपावली के दिन ब्राह्म मुहूर्त में स्नान कर शिवलिंग पर तांबे के लोटे से जल अर्पित कर, पूजन करने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं। जल में यदि केसर भी डालेंगे तो और अच्छा होगा।

18.महालक्ष्मी की पूजा के दौरान महामंत्र ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद् श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मयै नम: का कमलगट्टे की माला से कम से कम 108 बार पूजा करने के उपरांत जाप करें।

19.दीपावली की रात महालक्ष्मी पूजन के उपरांत घर के सभी कमरों में शंख और घंटी बजाने के साथ ही साथ आरती के थाल भी घुमाने चाहिए। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा और दरिद्रता बाहर चली जाती है और सकारात्मक ऊर्जा के साथ ही साथ मां लक्ष्मी घर में निवास करती हैं।

20. दीपावली की रात सरसों या तिल के तेल का दीपक जलाएं और दीपक में एक लौंग डालकर हनुमानजी की आरती करें। नजदीक के हनुमान मंदिर जाकर दीपदान करने से हनुमान जी की कृपा सालोंभर आप और आपके परिवार पर बनी रहती है।

21.दीपावली के दिन अमावस्या तिथि रहती है। अमावस्या तिथि पर पीपल वृक्ष के जड़ में जल अर्पित करना काफी लाभप्रद होगा। ऐसा करने पर शनि के साढ़े साती दोष और सर्पकाल दोष से मुक्ति मिल सकती हैं।

22. दीपावली की रात महालक्ष्मी की पूजा करने के लिए स्थिर लग्न को उत्तम माना जाता है। इस लग्न में पूजा करने पर महालक्ष्मी स्थाई रूप से घर में निवास करती हैं।

23. पूजा के दौरान लक्ष्मी यंत्र, कुबेर यंत्र और श्रीयंत्र को विधि विधान से पूजन करना चाहिए। अगर आपके पास स्फटिक का श्रीयंत्र है, तो सबसे अच्छा रहेगा।

24.अपने घर के आसपास किसी पीपल के पेड़ के नीचे तिल तेल का दीपक जलाएं। यह उपाय दीपावली की रात में किया जाना चाहिए। ध्यान रखें दीपक जलाकर चुपचाप अपने घर लौट आए, वापिस पलटकर न देखें।

25. दीपावली की रात लक्ष्मी पूजा करते समय एक नौ मुंह वाले घी का दीपक जलाएं। जिसमें नौ बत्तियां लाल या पीले कपड़े के बने हो। सभी 9 बत्तियों को जलाएं और मां लक्ष्मी की पूजा करें।

26.किसी शिव मंदिर जाएं और वहां शिवलिंग पर अरवा चावल चढ़ाएं। ध्यान देने वाली बात यह है कि चावल के सभी दानें पूर्ण होने चाहिए। खंडित चावल शिवलिंग पर चढ़ाना सख्त मना है।

27.दीपावली पर महालक्ष्मी के पूजन में सफेद कौड़ी के साथ ही पीली कौड़ियां भी रखनी चाहिए। इन कौडिय़ा से महालक्ष्मी की पूजा करने से मां बहुत ही जल्द प्रसन्न हो जाती हैं। ऐसा करने से धन, यश और वैभव की प्राप्ति होगी। साथ ही सभी तरह की परेशानियां खत्म हो जाएंगी।

28.लक्ष्मी पूजन के समय हल्दी की 3, 5 और 9 गांठ भी साथ में रख लें। पूजा करने के उपरांत उक्त हल्दी को लाल या पीले रंग के कपड़े में बांध कर उसे तिजोरी वहां पर रखें, जहां धन रखा जाता है।

29. दीपावली की रात में लक्ष्मी पूजन के साथ ही अपनी दुकान, प्रतिष्ठान, बही खाते, कम्प्यूटर, मशीन आदि ऐसी चीजों की भी पूजा करें, जिससे आपको कमाई होती हैं।

30.मां लक्ष्मी की पूजा करते समय एक नारियल लें और उसे लाल कपड़े में लपेटकर उस पर अक्षत, कुमकुम, पुष्प आदि अर्पित करें। नारियल को विधि विधान से पूजा करें।

31.दीपावली के दिन यदि संभव हो सके तो किसी किन्नर से उसकी खुशी से एक रुपया के सिक्के लें और उस सिक्के को अपने पर्स में रखें। कभी भी थन की कमी नहीं होगी।

32.दीपावली की रात महालक्ष्मी पूजन के पहले भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित कर पूजा करें। दूर्वा की 21 गांठ गणेश भगवान को चढ़ाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। दीपावली पूजन के शुभ घड़ी में यह उपाय करने से भगवान गणेश के साथ ही साथ माता लक्ष्मी की कृपा भी आप पर सदा बनी रहेगी।

33.दीपावली की रात घर के सभी सदस्यों को सोने से पहले किसी निकटतम चौराहे पर तिल तेल का दीपक जलाएं और घर लौटकर आ जाएं। ध्यान रखें पीछे पलटकर दीपक को न देखें।

34.महालक्ष्मी कि तस्वीर की पूजा करें, जिसमें लक्ष्मी भगवान श्रीहरि के पैरों को दबा रही हो। ऐसी तस्वीर की पूजा करने पर देवी लक्ष्मी बहुत जल्द खुश होती हैं।

35.दीपावाली पर श्रीसूक्त एवं कनकधारा स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। रामरक्षा स्तोत्र या हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करना लाभदाय होगा।

36.अगर आप कर सके तो दीपावली के दिन किसी तालाब, सरोवर या नदी में मछलियों को आटे की गोलियां बनाकर खिलाएं। इस प्रकार परोपकार के कार्य करने से गंभीर से गंभीर संकट भी दूर हो जाते हैं।

37.घर की गृहलक्ष्मी यानी पत्नी सहित सभी स्त्रियों को सम्मान दें और अपशब्द कहकर उनके मन को दुुःख न पहुंचाएं। दीपावली के दिन भूलकर भी अपनी पत्नी या किसी अन्य स्त्री के साथ सहवास न करें।

38. मन में किसी प्रकार की कोई काम-भावना या दुर्भावना आने न दें। मां, बेेटी, भगिनी, पोती, नतनी और बहनों को भी दीपावली के दिन बुरा भला और कड़वी बातें नहीं कहनी चाहिए।

39.महिला को लक्ष्मी की रूप मानी जाती हैं। उनके साथ गलत व्यवहार करने से धन-दौलत का नुकसान होता है। इसलिए दीपावली के दिन औरतों को हर तरह से खुश रखें और उनकी सभी जायज़ मांगों को पूरी करनी चाहिए।

40.दीपावली की शाम में लक्ष्मी पूजन से पहले सूर्यास्त के समय किसी बाहरी व्यक्ति को कुछ भी नहीं देना चाहिए। इससे आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। हालांकि दीपावली के दिन कोई भीखारी भिक्षा मांगने आए तो उसे खाली हाथ न जाने दें। कुछ न कुछ दान में जरूर दें।

41. कुछ लोगों की देर से उठने की आदत है। कम से कम दीपावली के दिन तो सूर्योदय से पूर्व उठें। सुबह देर तक सोने से माता लक्ष्मी नाखुश हो जाती है और फिर पूरे सालोंभर धन की समस्या घरों में बनी रहती है।

42. इसीलिए दीपावली के पांचों दिन जल्दी उठने का प्रयास करें। इसी तरह सूर्यास्त के समय अर्थात गोधुलि के वक्त सोएं नहीं। इस समय यदि आप सोते मिले तो लक्ष्मी मां दरवाजे से ही वापस लौट जाएगी।

43.आजकल नशे का प्रचलन बड़ी तेजी फैल रहा है। बहुत से लोग अब दीपावली के दिन भी नशा करने लगे है, जो कि बिल्कुल ही अनुचित और अधर्मी ही नहीं घोर पाप के समान है।

जो लोग ऐसा करते हैं। वैसेेेे लोग सदा दरिद्र ही बने रहते हैं और उनके घरों में दुख दर्द का प्रवेश हो जाता है। इससे घर की पवित्रता नष्ट हो जाती है। गृह कलेश बढ़ जाता है। नशे वाले घरों में स्त्रियां सदा दुखी रहती है।

44.कई स्थानों पर दीपावली की रात्रि जुआ खेलने की प्रचलन है। जुआ खेलने के बारे मेंं लोग कोई भी तर्क दें, लेकिन अगर आप माता लक्ष्मी की कृपा दृष्टि अपने घर में बनाए रखना चाहते हैं तो जुआ न खेले।

45.दीपावली के दिन ना करें किसी पर गुस्सा ? और न ही इस दिन किसी से लड़ाई-झगड़ा ही करना चाहिए। कुछ लोग झगड़ालु स्वभाव के होते हैं और कुछ लोगों को बात-बात पर बहस या गुस्सा करने की आदत होती है।

अत: किसी भी प्रकार की बहस या गुस्सा न करें। इस दिन तेज आवाज में चिल्लाना भी नहीं चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। बड़ों का आदर और सम्मान करें। जिस घर में शांति रहती है वहीं लक्ष्मी रहती है।

46.वैसे तो दीपावली के दिन सभी लोग अपने घरों की साफ-सफाई करते हैं। लेकिन घर के कुछ सदस्य ऐसे होते हैं जो इधर उधर गंदगी फैलाते रहते हैं। वैसे लोग साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखते हैं। इस दिन घर में इत्र का भी छिड़काव करने चाहिए जिससे घर में किसी भी प्रकार की बदबू न आएं। दीपावली के दिन साफ सफाई पर विशेष ध्यान रखने पर घर में लक्ष्मी की निवास होती है।

47.तंत्र-मंत्र और साधना से दीपावली के दिन रहे दूर : दीपावली का दिन महालक्ष्मी का प्रसन्न करने के दिन होती है। इस दिन अमावस्या होने के कारण कुछ लोग रात्रि समय महाअघोर कर्म करते हैं। जिसे हम तांत्रिक कर्म भी कहते हैं। लक्ष्मी प्राप्ति के लिए कुछ लोग उल्लू का उपयोग करते हैं, कुछ लोग तांत्रिक किस्म के टोने टोटके करते हैं तो कुछ लोग तांत्रिक यज्ञ या हवन करते हैं जो कि अनुचित है।

कोल या वाम संप्रदाय से संबंधित इस तरह के कर्म करने से लक्ष्मी हमेशा हमेशा के लिए रूठ कर चली जाती है। अत: शुद्ध और सात्विक पूजा और भक्ति का ही सहारा लें।

48.दीपावली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा के लिए बिना स्नान किए फूल न तोड़ें, ऐसा करने से माता लक्ष्मी आपसे रूष्ट हो सकती हैं। अत: स्नान करने के पश्चात स्वच्छ धुले वस्त्र पहनकर ही फूल-पत्ती तोड़ें।

दीपावली पर लक्ष्मी पूजन में ताजे फूलों का प्रयोग करें, मां बासी फूल या घर में रखे पुराना फूल महालक्ष्मी पर ना चढ़ाएं।

49.दीपावली पर लक्ष्मी पूजन के साथ-साथ घर के बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लेना जरूरी होता है। अत: इस दिन जाने-अनजाने में भी किसी भी बड़े बुजुर्ग का अपमान न करें।

50.पौराणिक मान्यता है कि दीपावली की रात घर में मां लक्ष्मीजी का आगमन होता है। मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए लोगों को दीपावली की रात सोना नहीं चाहिए बल्कि रात्रि जागरण करते हुए मां लक्ष्मी की कीर्तन और भजन करनी चाहिए।
लक्ष्मी चालीसा, लक्ष्मी मंत्र, लक्ष्मी सूक्त आदि का पाठ एवं जप करना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है।

51.दीपावली पर उपहार देने-लेने का चलन जोरों पर है। इस दिन किसी को भी उपहार देते समय भेदभाव न रख, समानता रखें।
अगर आप किसी भी व्यक्ति को उपहार देते हैं, तो मन में निर्मल भाव नहीं रखेंगे तो मां लक्ष्मी आपसे खफा हो जाएंगी और आप मां लक्ष्मी के दंड से बच नहीं पाएंगे।

डिसक्लेमर

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