चार महीनें सन्नाटा के बाद एक बार फिर से 15 नवंबर से गलियों में शहनाई की गूंज सुनाई पड़ने लगेगी। 14 नवंबर को देवप्रबोधिनी (हरिप्रबोधिनी) एकादशी है। उस दिन प्रभु विष्णु चार महीनें विश्राम के बाद निंद से जगेंगे और सभी तरह के धार्मिक कार्य और अनुष्ठान शुरू हो जाएगा।
सिंदूरदान, अग्नि फेरा, मंडप छावन, गुरहर्थी (आभूषण चढ़ने की विधि), हल्दी लेपन, मेंहदी रश्म, लावा भुंजने का विधान, वधू की विदाई का समय एवं सुहाग की चूड़ी पहने का समय सहित अन्य तरह की सारी विधियों की जानकारी मसलन उस दिन कौन सा तिथि, दिन और कौन सा नक्षत्र है। सहित सभी प्रकार की जानकारियां नीचे दी गई है।
वर्ष 2021 के अंतिम दो माह में विवाह का लग्न 18 दिन है। नवंबर माह में दस दिन और दिसंबर माह में आठ दिन है। लग्न के दिन गली और चौक चौराहों पर शहनाइयां गुंजते लगेंगे। इस कोरोना वायरस काल में सरकार ने विवाह समारोह में सिमित लोगों को इकट्ठा होने की आजादी दी है। पाबंदी के बाद भी शादियां होगी।हर विधि होंगे। इसलिए लोगों को शुभ मुहूर्त की जरूरत पड़ेगी।
नवंबर और दिसंबर माह में लग्न की तिथियां
नवंबर माह के 15 नवंबर से शुरू होगा विवाह का लग्न। जो इस प्रकार है। 15, 16, 19, 20, 21, 26, 27, 28, 29 और 30 तारीख तक रहेगा। इन 10 दिनों में शहर और गांवों की गलियों में गुंजने लगेगी शहनाई।
दिसंबर माह में विवाह का लग्न
1 दिसंबर से विवाह लग्न शुरू हो जाएगा। जो इस प्रकार है 1, 2, 5, 6, 7, 11, 12 और 13 है।
8 दिन है विवाह का लग्न।
जानें कौन-कौन से लग्न में कौन-कौन सी तिथि पड़ रहे हैं।
15 नवंबर को कार्तिक मास, शुक्ल पक्ष, द्वादशी तिथि के दिन सोमवार है। नक्षत्र उत्तरा भाद्रपद है। सूर्योदय 6:44 पर होगा और सूर्यास्त 5:27 पर है।सूर्य तुला राशि में, चंद्रमा मीन राशि में और ऋतु हेमंत है। दिनमान 10 घंटा 43 मिनट और रात्रिमान 13 घंटा 17 मिनट पर से।
अभिजीत मुहूर्त 11:44 बजे से लेकर 12:27 बजे तक है। उसी प्रकार विजया मुहूर्त 1:30 बजे से लेकर 2:36 बजे तक, गोधूलि मुहूर्त शाम 5:17 बजे से लेकर 5:41 बजे तक, सायाह्य सांध्य मुहूर्त 5:27 बजे से लेकर 6:57 बजे तक, निशिता मुहूर्त रात 11:40 बजे से लेकर 12:30 बजे तक, ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:58 बजे से लेकर 5:41 बजे तक और प्रातः संध्या मुहूर्त 5:28 बजे से लेकर 6:44 बजे तक रहेगा।
16 नवंबर 2021 दिन मंगलवार को द्वादशी तिथि सुबह 8:01 बजे तक है। इसके बाद त्रयोदशी तिथि शुरू हो जाएगा। शुक्ल पक्ष और रेवती नक्षत्र है। रात 1:48 तक सिद्धि योग भी है।
29 नवंबर 2021 दिन शुक्रवार को शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि दिन के 2:26 तक रहेगा। कृतिका नक्षत्र रात 3:29 तक है। पूर्णिमा तिथि के कारण यह दिन विवाह के लिए काफी शुभ है।
20 नवंबर दिन शनिवार को प्रतिपदा तिथि है जो शाम 5:04 तक रहेगा इसके बाद द्वितीय तिथि प्रारंभ हो जाएगा। माघ महीना के कृष्ण पक्ष को संपूर्ण रात्रि रोहिणी नक्षत्र है।
21 नवंबर 2021 दिन रविवार को, माघ माह, कृष्ण पक्ष, द्वितीया तिथि रात 7:45 तक रहेगा। इसके बाद तृतीया तिथि प्रारंभ हो जाएगा। नक्षत्र रोहिणी रात 7:36 बजे तक है। योग सिद्धि सुबह 4:00 बज के 51 मिनट तक रहेगा।
26 नवंबर दिन शुक्रवार माघ मास कृष्ण पक्ष सप्तमी तिथि सुबह 5:43 तक रहेगा। नक्षत्र अश्लेषा है। योग ब्रह्मा है।
27 नवंबर 2021 को दिन शनिवार, माघ मास, कृष्ण पक्ष, अष्टमी तिथि अगले दिन सुबह 6:00 बजे तक रहेगा। नक्षत्र मघा है जो शाम के 7:57 बजे तक रहेगा।
28 दिसंबर दिन रविवार को माघ मास, कृष्ण पक्ष, नवमी तिथि जो सुबह 5:30 बजे तक अर्थात रात भर रहेगा। नक्षत्र पूर्वा फाल्गुनी रात 8:06 तक है।
29 नवंबर दिन सोमवार, माघ माह, कृष्ण पक्ष, दशमी तिथि जो सुबह 4:13 तक रहेगा। नक्षत्र उत्तरा फाल्गुनी जो रात 9:42 बजे तक है।
20 नवंबर 2021 दिन मंगलवार माघ मास, कृष्ण पक्ष, एकादशी तिथि रहेगा। एकादशी तिथि रात 2:13 तक है। नक्षत्र हस्त रात 8:34 तक रहेगा। आज का दिन और रात विवाह के लिए काफी शुभ है क्योंकि एकादशी तिथि भगवान विष्णु की तिथि के रूप में समर्पित है।
दिसंबर माह में शादी के 8 लग्न है। जानें इस दिन कौन सी तिथि है कौन सा दिन श और कौन सा नक्षत्र रहेगा।
1 दिसंबर 2021 दिन, बुधवार, माघ माह, कृष्ण पक्ष द्वादशी तिथि रात 11:35 तक रहेगा नक्षत्र चित्रा शाम 6:47 तक है।
2 दिसंबर दिन गुरुवार, माघ मास, कृष्ण पक्ष, त्रयोदशी तिथि रात 8:26 तक रहेगा। नक्षत्र स्वाति शाम 6:28 तक है।
5 दिसंबर 2021 दिन रविवार, माघ मास, शुक्ल पक्ष, प्रतिपदा तिथि सुबह 9:27 तक इसके बाद द्वितीय तिथि प्रारंभ हो जाएगा। नक्षत्र ज्येष्ठा सुबह 7:47 बजे तक, इसके बाद मूल नक्षत्र शुरू हो जाएगा। जो अहले सुबह 4:54 बजे तक रहेगा।
6 दिसंबर दिन सोमवार, माघ माह, शुक्ल पक्ष, तृतीया तिथि जो देर रात 2:30 तक रहेगा। नक्षत्र पूर्वाषाढ़ा रात 2:19 तक है।
7 दिसंबर 2021 दिन मंगलवार, माघ मास, शुक्ल पक्ष, चतुर्थी तिथि रात 11:40 तक रहेगा। नक्षत्र उत्तरा अषाढ़ा रात 12:12 तक है।
11 दिसंबर 2021 दिन शनिवार, माघ मास, शुक्ल पक्ष, अष्टमी तिथि रात 7:12 तक रहेगा। इसके बाद नवमी तिथि प्रारंभ हो जाएगा। नक्षत्र पूर्वा भाद्रपद रात 10:32 तक रहेगा।
दिसंबर 12 दिसंबर 2021 दिन रविवार, माघ मास , शुक्ल पक्ष, नवमी तिथि रात 8:02 तक रहेगा। इसके बाद दशमी तिथि प्रारंभ हो जाएगा। नक्षत्र उत्तरा भाद्रपद रात 12:00 बजे तक रहेगा।
13 दिसंबर 2021 दिन सोमवार माघ मास, शुक्ल पक्ष, दशमी तिथि रात 9:32 तक रहेगा। इसके बाद एकादशी तिथि प्रारंभ हो जाएगा। नक्षत्र रेवती रात 1:00 बज कर 5 मिनट तक रहेगा।
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