
1.मोहिनी एकादशी 22 मई 2021 को ?
2.जानें विवाह का शुभ और अशुभ मुहूर्त ?
3.शुभ और अशुभ काल ?
4.इस दिन किया गया हर कार्य सफल और अनंत होगा ?
5. सिंदूर दान करने का शुभ मुहूर्त कौन ?
- किस समय वैवाहिक कार्य नहीं करें ?
- किस समय वैवाहिक कार्य करें ?
- काल का आगमन कब होगा ?
- कब है मुहूर्तों का समय ?
- दिशा शूल कब है ?
- सूर्य की स्थिति क्या है ?
- चंद्रमा की स्थिति क्या है ?
- कौन तिथि को कौन ऋतु है ?
- अमृत मुहूर्त में करें सिंदूर दान ?
एकादशी तिथि के दिन भगवान विष्णु को आराधना करने का दिन है।
इस दिन किया गया हर कार्य सफल और अनंत होता है।
मोहिनी एकादशी के दिन विवाह करना होगा काफी शुभ ?
विवाह करने से भगवान विष्णु की परम कृपा वर-वधू पर बने रहते हैं ?
इन विषय वस्तु की जानकारी इस ब्लॉग में मिल जाएगा।
पंचांग के अनुसार जानें 22 मई का दिन कैसा है
22 मई 2021 दिन शनिवार को शुक्ल पक्ष दशमी तिथि सुबह 9:15 बजे तक रहेगा। उसके बाद एकादशी तिथि प्रारंभ हो जाएगा। इस दिन ऋतु ग्रीष्म है। नक्षत्र उत्तरा फाल्गुनी दिन के 2:06 बजे तक और योग वज्र है शाम 6:18 बजे तक।
सूर्योदय सुबह 5:27 बजे पर, सूर्यास्त शाम 7:09 बजे तक। चन्द्रोदय 2:39 पर और चन्द्रास्त अहले सुबह 3:08 पर होगा। सूर्य वृषभ राशि में और चंद्रमा कन्या में स्थित है। दिनमान 13 घंटा 42 मिनट का होगा। रात्रि समय 10 घंटा 17 मिनट रहेगा।
अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11: 51 बजे से लेकर 12:45 बजे तक रहेगा।
पंचांग के अनुसार शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार विजया मुहूर्त दोपहर 2:35 बजे से लेकर 3:30 बजे तक है।
गोधूलि मुहूर्त शाम 6:55 बजे से लेकर 7:19 बजे तक।
सांध्य मुहूर्त शाम 7:10 बजे से लेकर 8:11बजे तक।
निशिता मुहूर्त देर रात 11:57 बजे से लेकर 12:30 बजे तक।
ब्रह्म मुहूर्त अहले सुबह 4:04 बजे से लेकर 4:45 बजे तक।
प्रातः संध्या मुहूर्त सुबह 4:25 बजे से लेकर 5:26 बजे तक रहेगा।
पंचांग के अनुसार अशुभ काल
राहुकल सुबह 9:00 बजे से लेकर 10:30 बजे तक।
गुलिक काल सुबह 5:27 से लेकर 7:10 तक।
यमगण्ड काल दोपहर 2:01 से लेकर 3:44 तक रहेगा।
दुर्मुहूर्त काल 5:27 बजे से लेकर 7:16 बजे तक।
वज्य काल 9:50 बजे से लेकर 11:19 बजे तक।
राहू काल रात 8:30 बजे से शुरू होकर रात भर रहेगा।
जानें चौघड़िया पंचांग के अनुसार शुभ और अशुभ मुहूर्त का संयोग
दिन के समय वैवाहिक कार्यक्रम करने का समय दोपहर 12:00 से लेकर 4:30 बजे तक और सुबह 7:30 बजे से लेकर 9:00 बजे तक हैं।
शुभ मुहूर्त दिन के
अब जानें चौघड़िया पंचांग के अनुसार शुभ मुहूर्त का आगमन सुबह 7:30 बजे से लेकर 9:00 बजे तक शुभ मुहूर्त के रूप में हों रहा है। इसके बाद दिन के 1:30 बजे से लेकर 3:00 बजे तक लाभ मुहूर्त, 3:00 बजे से लेकर 4:30 बजे तक अमृत मुहूर्त और दिन के 12:00 बजे से लेकर 1:30 बजे तक चर मुहूर्त का अद्भुभूत संयोग है।
अशुभ मुहूर्त दिन में
चौघड़िया पंचांग के अनुसार सुबह 6:00 बजे से लेकर 7:30 बजे तक काल मुहूर्त, दिन के 9:00 बजे से लेकर 10:30 बजे तक रोग मुहूर्त, 10:30 बजे से लेकर 12:00 बजे तक उद्धेग मुहूर्त। एक बार फिर से शाम को 4:30 बजे से 6:00 बजे तक काल मुहूर्त का संयोग बन रहा है। इस दौरान वैवाहिक कार्यक्रम करना अशुभ होगा।
चौघड़िया पंचांग अनुसार 9:00 बजे से लेकर देर रात 1:30 बजे तक, शाम 6:00 बजे से लेकर 7:30 बजे तक और सुबह 4:30 बजे से लेकर 6:00 बजे तक शुभ मुहूर्त बन रहा है इस दौरान शादी की और सिंदूर दान की रस्में पूरा करें।
अब जाने कौन कौन सा शुभ मुहूर्त किस समय आ रहा है ?
चौघड़िया पंचांग के अनुसार शाम 6:00 बजे से लेकर 7:30 बजे तक लाभ मुहूर्त, रात्रि 9:00 बजे से लेकर 10:30 बजे तक शुभ मुहूर्त, 10:30 बजे से लेकर 12:00 बजे तक अमृत मुहूर्त, 12:00 बजे से लेकर 1:30 बजे तक चर मुहूर्त और सुबह 4:30 बजे से लेकर 6:00 बजे तक लाभ मुहूर्त का संयोग बन रहा है।
सिंदूर दान करने के लिए रात में 10:30 बजे से लेकर 12:00 बजे के बीच अमृत मुहूर्त है। इस दौरान सिंदूर दान करने से वैवाहिक जीवन अनंत काल तक चलता रहेगा।
रात्रि समय का अशुभ मुहूर्त
चौघड़िया पंचांग के अनुसार रात्रि 7:30 बजे से लेकर 9:00 बजे तक उद्धेग मुहूर्त, रात 1:30 बजे से लेकर 3:00 बजे तक रोग मुहूर्त, 3:00 बजे से लेकर अहले सुबह 4:30 बजे तक काल मुहूर्त का संयोग रहेगा। इस दौरान वैवाहिक कार्यक्रम करना अशुभ होगा।