सबसे अधिक मई में है, शादी का लग्न और सबसे कम जनवरी में।
मई माह में 20 दिन है शादी के लग्न जबकि जनवरी में एक दिन
फरवरी, मार्च, अगस्त, सितंबर और अक्टूबर माह में एक दिन भी नहीं है वैवाहिक लग्न
जानें साल 2021 के किस माह में कितना है वैवाहिक लग्न
वर्ष 2021 में शादी की धूम रहेगी। इस वर्ष 74 दिन वैवाहिक लग्न है। विस्तार से जाने किस महीने में कितने दिन है शादी का लग्न। जनवरी 2021 में मकर संक्रांति के बाद सिर्फ एक दिन 18 जनवरी को वैवाहिक लग्न है जबकि फरवरी और मार्च में नहीं बजेंगे शहनाई।
अप्रैल माह में 21, 22, 23, 24, 25, 26, 27, 28, 29 और 30 अर्थात 10 दिन नहीं बजेंगे शहनाई।
मई में 1, 2, 3, 7, 8, 9, 12, 13, 14, 15, 20, 21, 22, 23, 24, 26, 27, 28, 29 और 30 अर्थात 20 दिन।
जून में 3, 4, 5, 11, 15, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 25 और 26 अर्थात 16 दिन शादी का लग्न है।
जुलाई में 1, 2, 6, 7, 12, 13, 14, 15 और 16 अर्थात 9 दिन है वैवाहिक लग्न। इसके बाद अगस्त, सितंबर और अक्टूबर को नहीं हैैं वैवाहिक लग्न।
नवंबर माह में 15, 16, 19, 20, 21, 26, 27, 28, 29 और 30 अर्थात 10 दिन।
दिसंबर में 1, 2, 5, 6, 7, 11, 12 और 13 अर्थात 10 दिन शादी का लग्न है।
वर्ष 2021 में जाने किस लग्न में पड़ेगा कौन सा पर्व
जनवरी-जनवरी माह में सिर्फ एक दिन अर्थात 18 तारीख को लग्न की तिथि है। इसकेे बाद फरवरी और मार्च महीने एक दिन भी वैवाहिक कार्यक्रम नहीं है।
अप्रैल माह में जाने कौन पर्व किस लग्न में
अप्रैल माह के 21 तारीख को महानवमी व्रत, दुर्गा अष्टमी व्रत और अयोध्या परिक्रमा का दिन है। इस दिन अष्टमी और नवमी तिथि का महासंजोग है।
30 अप्रैल को कामदा एकादशी व्रत है।
24 अप्रैल को शनि प्रदोष व्रत और त्रयोदशी तिथि हैं।
26 अप्रैल को पूर्णिमा की व्रत और तिथि है।
27 अप्रैल को पूर्णिमा तिथि उदया काल में होने के कारण स्नान दान के साथ आज ही के दिन भगवान हनुमान प्रकट हुए थे।
30 अप्रैल को गणेश चौथ व्रत है।
मई माह में लग्न के 20 दिन है। इस वर्ष सबसे अधिक मई माह में ही लग्न की तिथि पड़ रहा है। अब जाने कौन से लग्न तिथि कौन सा व्रत पड़ रहा है।
1 मई को मजदूर दिवस और गुरु तेज बहादुर सिंह की जयंती है।
2 मई को कोकिला षष्टि व्रत बांग्ला।
7 मई वरुथिनी एकादशी व्रत, बल्लभाचार्य जयंती और अलविदा जुम्मा है।
9 मई को प्रदोष व्रत, मास शिवरात्रि व्रत मातृ दिवस अर्थात मदर डे है।
13 मई को चंद्र दर्शन और छत्रपति शिवाजी जयंती है।
14 मई को अक्षय तृतीया परशुराम जयंती और ईद मुबारक है।
15 मई को गणेश चतुर्थी व्रत है।
20 मई को सीता नवमी और जानकी का जन्म हुआ था।
22 मई को मोहिनी एकादशी व्रत गृहस्थ के लिए है।
23 मई को मोहिनी एकादशी व्रत वैष्णव के लिए है।
24 मई को सोम प्रदोष व्रत है।
26 मई को वैशाखी पूर्णिमा और भगवान बुद्ध जयंती है।
29 मई को गणेश चतुर्थी व्रत है।
जून माह में पड़ने वाला व्रत
11 जून को चंद्र दर्शन और करवीर व्रत है।
15 जून को मिथुन संक्रांति दिवस है।
16 जून को श्री स्कन्द षष्ठी व्रत और जमाई षष्ठी व्रत है।
20 जून को गंगा दशहरा, श्री रामेश्वरम प्रतिष्ठा दिवस और पिता दिवस अर्थात फादर डे है।
21 जून को भीमसेनी निर्जला एकादशी व्रत और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है।
22 जून को प्रदोष व्रत और वट सावित्री व्रत है।
24 जून को पूर्णिमा है और कबीर दास जी की जयंती है।
जुलाई माह में पड़ने वाला व्रत और शुभ लग्न
1 जुलाई को कालाष्टमी में व्रत है।
2 जुलाई को उदया काल में अष्टमी तिथि पड़ने के कारण शीतला अष्टमी व्रत इसी दिन है।
6 जुलाई को द्वादशी तिथि है जो काफी शुभ है।
7 जुलाई को प्रदोष व्रत है।
12 जुलाई को रथ यात्रा और श्रीराम, बलराम रथ उत्सव है।
15 जुलाई को स्कंद षष्ठी व्रत और कुमार षष्टि व्रत है।
अगस्त, सितंबर और अक्टूबर माह में कोई भी लग्न की तिथि नहीं है।
नवंबर माह में पड़ने वाला व्रत और शुभ लग्न
15 नवंबर को श्री हरि प्रबोधिनी एकादशी व्रत और तुलसी विवाह है।
16 नवंबर को भीम प्रदोष व्रत और चतुर्थ मास की समाप्ति होगी।
19 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली और गुरु नानक जयंती है।
20 नवंबर को सूर्य व्रत है।
27 नवंबर को भैरव अष्टमी व्रत और रुक्मिणी
व्रत है।
30 नवंबर को एकादशी व्रत है।
दिसंबर माह में पड़ने वाला व्रत और शुभ लग्न
1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस है।
2 दिसंबर को प्रदोष व्रत और मास शिवरात्रि व्रत है।
5 दिसंबर को चंद्र दर्शन का योग है।
7 दिसंबर को गणेश चतुर्थी व्रत है।
12 दिसंबर को महानंदा नवमी व्रत है।